Post Office PPF Account: अपने आने वाले भविष्य के लिए हर कोई पैसे को एकत्रित करना चाहते है लेकिन उसके लिए सभी लोग ऐसी योजनाओं के बारे में तलाश करते रहते है जिनमे पैसा निवेश के बाद में सुरक्षित रहे और अधिक ब्याज दर का लाभ उनको मिले। डाकघर की तरफ से चलाई जा रही पीपीएफ स्कीम आपके इन सभी इरादों पर खरी उतर सकती है जो आप सोच रहे है क्योंकि इसमें आपको अधिक ब्याज दर भी मिलती है और साथ में पैसा सुरक्षित रहता है।
पोस्ट ऑफिस पीपीएफ स्कीम में आप हर महीने थोड़ा थोड़ा पैसा निवेश कर सकते है जिससे आगे आने वाले समय में आप बड़ी रकम को एकत्रित कर सकते है। इसके अलावा आपको अधिक ब्याज दर मिलने के साथ साथ में आयकर में भी छूट मिलती है। आइये जानते है की कैसे इसमें निवेश किया जा सकता है और कैसे इसमें आपको अधिक रिटर्न मिल सकता है।
पोस्ट ऑफिस पीपीएफ योजना
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) को भारत सरकार संचालित करती है और डाकघर भी भारत सरकार का ही एक वित्तीय संस्थान है इसलिए इसमें चलाई जा रही स्कीम योजनाएं निवेश के हिसाब से सुरक्षित होती है। योजना को सरकार ने एक लम्बी अवधी वाली बचत योजना के रूप से शुरू किया है ताकि इसमें निवेश के बाद में अधिक से अधिक रिटर्न का लाभ लोगों को दिया जा सके।
ये लोग कर सकते है पीपीएफ स्कीम में निवेश
अगर आप पोस्ट ऑफिस की पीपीएफ स्कीम में निवेश करना चाहते है तो आपको बता दें की आप अगर भारत के स्थाई नागरिक है तभी निवेश कर पाएंगे। इसके अलावा आपकी आयु 18 वर्ष से अधिक भी होनी चाहिए। अगर आपके परिवार में कोई ऐसा बच्चा है जिसकी आयु 10 साल या फिर इससे अधिक है तो उसका भी निवेश इस स्कीम में किया जा सकता है। बच्चों के खाते को उनके अभिभावक को ही मैनेज करना होता है जब तक की बच्चा 18 साल का ना हो जाये।
पीपीएफ स्कीम में निवेश की सीमा ये है
अगर आप पीपीएफ स्कीम में पोस्ट ऑफिस के जरिये या फिर किसी भी अन्य वित्तीय संस्था के द्वारा निवेश कर रहे है तो आपको बता दें की इसमें एक साल में आप कम से कम 500 रूपए का निवेश कर सकते है और ये अनिवार्य भी है। इसके अलावा एक साल में अधिकतम आप 1 लाख 50 हजार इस स्कीम में जमा कर सकते है। इससे अधिक का निवेश एक साल में नहीं किया जा सकता है। 500 रूपए से लेकर के 1 लाख 50 हजार के बीच में आप कोई भी रकम एक साल में इस स्कीम में जमा कर सकते है।
निवेश की गणना और ब्याज दर
पोस्ट ऑफिस पीपीएफ स्कीम में आपको 2025 की पहली तिमाही के लिए 7.1 फीसदी सालाना ब्याज दर का लाभ दिया जा रहा है इसलिए इस समय निवेश करने पर आपको ऐसी ब्याज दर के अनुसार गणना करके रिटर्न का लाभ मिलने वाला है। देखिए आप इसमें कितना निवेश करेंगे तो आपको कितना अमाउंट रिटर्न के समय में मिलने वाला है।
निवेश राशि प्रति महीना | कुल निवेश | कुल रिटर्न | मिलने वाली ब्याज राशि |
₹ 500 | ₹ 90,000 | ₹ 1,62,728 | ₹ 72,728 |
₹ 1,000 | ₹ 1,80,000 | ₹ 3,25,457 | ₹ 1,45,457 |
₹ 2,000 | ₹ 3,60,000 | ₹ 6,50,913 | ₹ 2,90,913 |
₹ 3,000 | ₹ 5,40,000 | ₹ 9,76,370 | ₹ 4,36,370 |
₹ 5,000 | ₹ 9,00,000 | ₹ 16,27,284 | ₹ 7,27,284 |
₹ 8,000 | ₹ 14,40,000 | ₹ 26,03,654 | ₹ 11,63,654 |
₹ 10,000 | ₹ 18,00,000 | ₹ 32,54,567 | ₹ 14,54,567 |
₹ 12,500 | ₹ 22,50,000 | ₹ 40,68,209 | ₹ 18,18,209 |
पीपीएफ में खाता खुलवाने की प्रक्रिया और दस्तावेज
डाकघर की पीपीएफ स्कीम में आप अपना अकॉउंट खुलवाना चाहते है तो आपको इसके लिए डाकघर में ही जाना होगा या फिर अगर आप किसी भी अन्य वित्तीय संस्था से पीपीएफ में निवेश करना चाहते है तो आपको उस संस्था में जाना होगा। डाकघर में जाने के बाद में आपको इसमें पीपीएफ में आवेदन का फॉर्म भरना है और साथ में अपने जरुरी डॉक्यूमेंट भी इसमें जमा करने होते है।
- आधार कार्ड जरुरी है।
- पैन कार्ड भी देना होगा।
- निवास का प्रमाण पत्र जिसमे पासपोर्ट, राशन कार्ड या फिर वोटर आईडी कार्ड भी दे सकते है।
- लेटेस्ट पासपोर्ट साइज के फोटो चाहिए।
- आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर।
क्या पीपीएफ में पैसा सुरक्षित रहता है
हाँ पीपीएफ में आपका निवेश किया गया पैसा पूरी तरह से सुरक्षित रहता है क्योंकि इस स्कीम को भारत सरकार संचालित करती है और डाकघर भी भारत सरकार के अधीन ही आता है। इसके अलावा पीपीएफ में मिलने वाली ब्याज दरों का और बाकि के सभी नियमों का निर्धारण भी भारत सरकार की तरफ से ही किया जाता है। इसलिए आपका पैसा 100 फीसदी सुरक्षित रहता है तथा समय पर आपको पूरी ब्याज के साथ में पूरा पैसा रिटर्न मिलता है।